मैं अगले दिन घर आ जाऊंगा... पत्नी ने बताई आखिरी बातचीत, कहा- गर्व से ज्यादा दुख है, बेटी की बातों पर तो रोना आता है
Funeral of Soldiers killed in Tamil Nadu helicopter crash
जिंदगी का कुछ पता नहीं, न जाने कब किस मोड़ पर अपने आप को मौत को सौंप दे| बरहाल, इस वक्त पूरा देश तमिलनाडु के कुन्नूर में हेलिकॉप्टर दुर्घटना में जान गंवाने वाले CDS जनरल बिपिन रावत और उनकी पत्नी मधुलिका रावत सहित उन 11 सेना के जाबांजों के लिए गमगीन है जो दोबारा घर लौटकर नहीं आ सके| बतादें कि, अब इन सभी को श्रद्धांजलि अर्पित करने के साथ इनका अंतिम संस्कार किया जा रहा है|
वहीं, हेलिकॉप्टर दुर्घटना में जान गंवाने वाले ब्रिगेडियर एल.एस.लिड्डर को जब अंतिम विदाई दी गई तो उनकी पत्नी और बेटी का दिल बड़ा फफक-फफककर रोया| हालांकि, ब्रिगेडियर एल.एस.लिड्डर की पत्नी गीतिका लिड्डर ने किसी तरह से इस दुख भरे मौके पर अपने आप को और अपनी बेटी को संभालने की कोशिश की और ब्रिगेडियर एल.एस.लिड्डर को अंतिम बार अपनी मुस्कान देकर विदा किया|
इस दुःख भरे मौके पर गीतिका लिड्डर ने कहा कि ब्रिगेडियर एल.एस.लिड्डर बड़े अच्छे स्वाभाव के थे, सबसे मिलते थे, प्यार से बोलते थे| उनकी सबसे काफी दोस्ती थी| गीतिका लिड्डर ने कहा कि मैं एक सैनिक की पत्नी हूं और उन्हें मुस्कराते हुए अंतिम विदाई देने की कोशिश की है| ब्रिगेडियर एल.एस.लिड्डर के निधन से राष्ट्रीय क्षति तो हुई ही है साथ ही मेरे जीवन में मेरी बच्ची के जीवन में बड़ा नुकसान हुआ है| मुझे गर्व से ज्यादा दुःख है| जिंदगी काफी लम्बी है, हम उनके बिना कैसे काटेंगे लेकिन अब भगवान को यही मंजूर था तो किया जा सकता है| हमें पता है कि वह वापस लौटकर नहीं आने वाले, अब हम उनकी यादों को साथ रखकर ही जिंदगी काटेंगे|
बड़े अच्छे पिता थे ...
गीतिका लिड्डर ने कहा कि वो एक बहुत अच्छे पिता थे, बेटी उन्हें बहुत याद करेगी। उसे बहुत प्यार करते थे| इस दौरान गीतिका लिड्डर ने बताया कि उन्हें वीरवार को घर लौटकर आना था| बुधवार को मेरी उनसे बात हुई थी तो उन्होंने कहा था कि वह अगले दिन आ जायेंगे| लेकिन ऐसा हो न सका| उनकी दिल चीरने वाली खबर आ गई|
बेटी की बातें रुला देने वाली हैं ....
ब्रिगेडियर एल. एस. लिड्डर की बेटी आशना लिड्डर अपने प्यारे पापा को बहुत ज्यादा याद कर रही है| बेटी आशना लिड्डर का कहना है कि मैं 17 साल की होने वाली हूं। मेरे पापा मेरे साथ 17 साल तक रहे, अब उनके जाने के बाद मुझे वो पल बहुत याद आ रहे हैं| हम उनकी अच्छी यादें अपने साथ लेकर चलेंगे। मेरे पापा मेरे बेस्ट फ्रेंड थे और मेरे हीरो थे। वो बहुत खुश मिजाज इंसान और मेरे सबसे बड़े प्रेरक थे| आशना लिड्डर ने बताया कि जब मैं 5 साल की थी तो मैंने पापा से कहा था कि आप मेरी हर बात मानते हो... क्योंकि पापा मेरी हर बात मानते थे| अब मेरे पापा चले गए तो मैं उनकी सब बातें याद करूंगी|